आज आप tannumotivation.com पर Sitopaladi Churna Benefits and Uses की जानकारी Hindi भाषा में जानेंगे। यह एक चमत्कारिक चूर्ण है जिसके सेवन से वात और पित्त दोष जैसे रोगों से आप कोसों दूर रहते है।
आयुर्वेदा में इस दवा का बहुत ही अधिक महत्व है और इसका सेवन बहुत ही लम्बे समय से किया जा रहा है। इसका मुख्य रूप से इस्तेमाल पेट और कफ की समस्या से निजात पाने के लिए होता है। आगे इस पोस्ट में sitopaladi churna ke fayde और इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री के बारे में जानेंगे।
Sitopaladi Churna Ingredients
सितोपलादि चूर्ण निम्नलिखित आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों की सहायता से निर्मित है। आयुर्वेद ने भी इस चूर्ण को कफ और पेट के रोगों के लिए विश्वश्नीये ओषधियों में से एक माना है। चलिए इसमें इस्तेमाल की जाने वाली सामग्रियों का संज्ञान लेते है।
- इस चूर्ण में मिश्री का उपयोग किया जाता है जो पाचन क्रिया को अच्छा करता है और सर्दी खासी के खिलाफ शरीर को सुरक्षा प्रदान करता है। इसके अतिरिक्त यह आपके भीतर मौजूद अत्यधिक बलगम को भी बाहर निकल देता है और उसको धीरे धीरे नष्ट कर देता है।
- वंशलोचन एक ऐसी सामग्री है जो आयुर्वेदा में बेहद गुणकारी मानी जाती है। इस चूर्ण में इसका इस्तेमाल बॉडी की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि लाने के लिए किया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और यह रोगाणुओं को समाप्त करने में भी मदद करती है।
- दालचीनी जो की आयुर्वेदा में किसी खजाने से कम नहीं है इसका इस्तेमाल अनेको ओषधियों में किया जाता है। इसमें मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण अनेक प्रकार के रोगों से आपको सुरक्षित करता है।
सितोपलादि चूर्ण के फायदे और नुकसान | Sitopaladi Churna Uses and Benefits in Hindi
Sitopaladi churna uses in hindi और Sitopaladi churna benefits hindi से जुडी सभी जानकारी आपको इस सेक्शन में देखने को मिलेगी।
सितोपलादि चूर्ण के फायदे और नुकसान आपको इस सेक्शन के द्वारा बेहद सरलता से समझाए जाएंगे। Sitopaladi churna benefits hindi में जानने के लिए निम्नलिखित पॉइंट्स को पढ़े।
Sitopaladi Churna Benefits
सितोपलादि चूर्ण के फायदे की शुरुआत करे तो यह आपको कफ की समस्या से बचाता है।
- जो व्यक्ति लम्बे समय से सर्दी की समस्या से जूझ रहे है उन्हें भी इस चूर्ण के सेवन से लाभ मिलता है।
- इसको रोज लेने से अस्थमा और एलर्जी जैसी समस्या भी खत्म होने लग जाती है।
- इसका सेवन आपको बुखार होने से भी बचाता है।
- जो व्यक्ति मधुमेह जैसे स्वास्थ्य रोग से जूझ रहे है उन्हें भी प्रतिदिन सितोपलादि चूर्ण का इस्तेमाल खाना खाने के बाद करना चाहिए।
- जिन भी व्यक्तियों को स्वास लेने में तकलीफ या छाती में कफ जम जाने जैसी समस्या है उनके लिए भी सितोपलादि चूर्ण बेहद कारगर सिद्ध होता है।
- सितोपलादि चूर्ण में इस्तेमाल की जाने वाली प्राकृतिक जड़ी बूटियां आपको अनीमिया जैसे रोग के खिलाफ सुरक्षित रखती है। इस वजह से आपके भीतर खून की कमी की समस्या भी नहीं होती है।
सितोपलादि चूर्ण के नुकसान
- हमने अभी तक सितोपलादि चूर्ण के नुकसान के मामले नहीं देखे है हालांकि ऐसा कहते है कि बताई गयी मात्रा से अधिक सेवन करने से सेहत पर इसका उल्टा असर पड़ सकता है।
- इस चूर्ण को हमेशा खाना खाने के बाद ही लेना चाहिए अन्यथा गैस जैसी पेट की समस्या भी हो सकती है।
- हालाँकि यह मधुमेह के पीड़ितों के लिए भी अच्छी ओषधि है परन्तु इसका उपयोग केवल डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करना चाहिए।
Sitopaladi Churna Dabur Uses and Benefits in Hindi
इस सेक्शन में Sitopaladi Churna Dabur Uses and Benefits in Hindi की जानकारी को बताया है। डाबर स्वास्थय सम्बंधित प्रोडक्ट्स का उत्पादन करने वाली टॉप की companies में से एक है। चलिए जानते है Dabur Sitopaladi Churna के फायदे और लाभ के बारे में।
खासी ठीक करने में लाभदायक
- यदि आपको बेहद पुरानी खासी है तो उसके उपचार के लिए डाबर सितोपलादि चूर्ण का इस्तेमाल करके आराम पा सकते है।
- सुखी खासी भी किसी पीडादाय स्थिति से कम नहीं होती और उसके उचित उपचार के लिए भी डाबर सितोपलादि चूर्ण का इस्तेमाल किया जाता है ।
- जिन व्यक्तियों को हमेशा सर्दी झुखाम की समस्या रहती है उन्हें भी डाबर सितोपलादि चूर्ण इस्तेमाल करना चाहिए।
कफ और बलगम की समस्या में लाभ
- कफ और बलगम जैसी समस्या से जूझने वाले व्यक्ति भी डाबर सितोपलादि चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते है।
- जिन व्यक्तियों की छाती बलगम के कारण जाम हो जाती है और स्वास लेने में तकलीफ होती है उन्हें भी इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
- 1 चम्मच शहद में 1 चम्मच सितोपलादि चूर्ण को मिलाकर 15 से 30 दिन तक खाने से बलगम और कफ की समस्या में आराम मिलना शुरू हो जाता है।
गले की खराश और एलर्जी में लाभ
- इस चूर्ण का रोज़ाना सेवन आपके गले के स्वास्थ के लिए अच्छा है और उसे हमेशा खोले रखता है।
- जिन व्यक्तियों को अक्सर किसी भी प्रकार की एलर्जी हो जाती है जैसे आखों से पानी आना या नाक बहना उसमे भी यह चूर्ण बेहद लाभकारी होता है।
अनीमिया में लाभ
हालाँकि इस चूर्ण का मुख्य इस्तेमाल खासी और कफ के लिए किया जाता है परन्तु यह अनीमिया से ग्रस्त लोगों के लिए भी बेहद लाभकारी सिद्ध होता है।
सितोपलादि चूर्ण सेवन विधि
सितोपलादि चूर्ण सेवन विधि की जानकारी होना अति आवश्यक है ताकि sitopaladi churna ke fayde के फायदे आपको संपूर्ण रूप से मिल सके। प्रत्येक आयु वर्ग के हिसाब से हमने इसकी सेवन विधि निचे बताई है
- Normal Dose: 3 से 6 ग्राम यानी 1 चम्मच दो बार दिन में honey के साथ लेने के लिए कहा जाता है।
- Kids Dosage: बच्चों को भी दो बार दिन में 500 से 1000 मिलीग्राम की मात्रा में लेने की हिदायत दी जाती है।
- Adult Dosage: 18 वर्ष से अधिक के व्यक्तियों को 2 से 4 ग्राम दिन में दो बार लेने की हिदायत दी जाती है।
बेहतर परिणाम के लिए सितोपलादि चूर्ण का सेवन भोजन करने के बाद करे।
Sitopaladi Churna Brands
सितोपलादि चूर्ण के निर्माताओं के नाम आपको निचे बताये गए है।
- Patanjali Sitopaladi Churna (पतंजलि सितोपलादि चूर्ण)
- Dabur Sitopaladi Churna (डाबर सितोपलादि चूर्ण)
- Baidyanath Sitopaladi Churna (बैद्यनाथ सितोपलादि चूर्ण)